जो अक्सर गुजरती है मुझसे और धड़धड़ा कर चली जाती है। जो अक्सर गुजरती है मुझसे और धड़धड़ा कर चली जाती है।
बच्चे रो रहे थे, बूढ़े सो रहे थे; बाकी रेल-व्यवस्था को गाली दे रहे थे। बच्चे रो रहे थे, बूढ़े सो रहे थे; बाकी रेल-व्यवस्था को गाली दे रहे थे।
लालबती जलती हे फिर घर घर पूजा घर में शाम और सवेरे। लालबती जलती हे फिर घर घर पूजा घर में शाम और सवेरे।
खरीदना है प्याज़,जिसका बढ़ रहा है रेट हो रहा है आपकी सैलरी का वेट, पति देव आप कमाते रहो खरीदना है प्याज़,जिसका बढ़ रहा है रेट हो रहा है आपकी सैलरी का वेट, पति देव आ...
कोई मसक मारे त कोई नर हत्या लेकिन सोर मचा भ्रष्टाचार। कोई मसक मारे त कोई नर हत्या लेकिन सोर मचा भ्रष्टाचार।
हर मोड़ गली नुक्कड़ से गुज़र कर जाना है। हर मोड़ गली नुक्कड़ से गुज़र कर जाना है।